इतिहास रचा गया: योग संगम कार्यक्रम के पंजीकरणों की संख्या 4 लाख के पार

इतिहास रचा गया: योग संगम कार्यक्रम के पंजीकरणों की संख्या 4 लाख के पार

आगामी योग कार्यक्रमों के लिए 1 लाख से अधिक स्थानों के साथ राजस्थान सबसे आगे है। आंध्र प्रदेश 1 लाख से अधिक कार्यक्रमों के साथ दूसरे स्थान पर है, जो 21 जून को होने वाले आगामी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह में लोगों की व्यापक भागीदारी को दर्शाता है।

स्वास्थ्य के लिए एकता के एक शानदार प्रदर्शन में, 11 वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (IDY) 2025 के प्रमुख कार्यक्रम योग संगम के लिए पंजीकरण ऐतिहासिक 4 लाख के आंकड़े को पार कर गया है, जो पारंपरिक स्वास्थ्य प्रथाओं के माध्यम से समग्र स्वास्थ्य के लिए एक वैश्विक प्रकाश स्तंभ के रूप में भारत की भूमिका को मजबूत करता है। यह उल्लेख करना महत्वपूर्ण है कि भारत में किसी भी एक कार्यक्रम ने इतने असाधारण पैमाने पर सुनिश्चित भागीदारी कभी नहीं हासिल की है।

21 जून को, देश भर में लाखों स्थानों पर एक साथ ऐतिहासिक समकालिक योग प्रदर्शन होगा - जो भारत की स्वास्थ्य यात्रा में एक महत्वपूर्ण क्षण होगा। इस राष्ट्रव्यापी आंदोलन का सबसे शानदार प्रदर्शन विशाखापत्तनम में होगा, जहाँ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री चंद्रबाबू नायडू और आयुष मंत्रालय के केंद्रीय राज्य मंत्री ( स्वतंत्र प्रभार) तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री प्रतापराव जाधव, 5 लाख से अधिक योग उत्साही लोगों के साथ सामान्य योग प्रोटोकॉल का प्रदर्शन करेंगे।

21 जून 2025 को प्रातः 6:30 बजे से 7:45 बजे तक आयोजित होने वाला योग संगम अब तक का सबसे बड़ा सामूहिक योग कार्यक्रम बनने के लिए तैयार है, जिसमें लाखों संस्थान, संगठन और समुदाय एक साथ अपने योग मैट बिछाने की तैयारी करेंगे।

राजस्थान इस आंदोलन में सबसे आगे है, जहां 1,38,033 संगठनों ने पंजीकरण कराया है, उसके बाद दूसरे स्थान पर हैं:

आंध्र प्रदेश : 1,38,033

उत्तर प्रदेश : 1,01,767

मध्य प्रदेश: 26,159

गुजरात : 19,951

हिमाचल प्रदेश: 12,000

भागीदारी में यह वृद्धि इस वर्ष के विषय - ' एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग' के प्रति व्यापक उत्साह को दर्शाती है - एक संदेश जो योग को वैश्विक स्थिरता और व्यक्तिगत कल्याण के साथ जोड़ता है।

आईआईटी और आईआईएम से लेकर जमीनी स्तर के एनजीओ और अग्रणी कॉरपोरेट तक, सभी क्षेत्रों के संस्थान इस आह्वान को अपना रहे हैं।

4 लाख से ज़्यादा संगठनों में गति पकड़ते हुए, आयुष मंत्रालय सभी को इस परिवर्तनकारी क्षण का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित करता है। आइये योग के ज़रिए एकजुट हों - स्वास्थ्य, सद्भाव और बेहतर कल के लिए।